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कितने दिनों तक लेना चाहिए Vitamin-D सप्लीमेंट? सुबह या शाम, क्या है इसे लेने का सही समय

Vitamin D Deficiency: विटामिन-डी शरीर के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है जो हड्डियों, मांसपेशियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है। यह शरीर को कैल्शियम और फॉस्फोरस को अब्जॉर्ब करने में मदद करता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। हालांकि, मॉडर्न लाइफस्टाइल, धूप में कम समय बिताना और खानपान में पोषक तत्वों की कमी के कारण कई लोगों में विटामिन-डी की कमी देखी जाती है। ऐसे में विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेना एक असरदार सॉल्यूशन (Vitamin D Supplements Benefits) हो सकता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेने का सही समय (Best time to take Vitamin D) क्या है और इन्हें कितने दिनों तक (Vitamin D Supplements Duration) लेना चाहिए? विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए सप्लीमेंट्स शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें। नियमित जांच कराएं- विटामिन-डी का लेवल बहुत ज्यादा या बहुत कम होने पर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हर 3-6 महीने पर इसकी जांच करवाएं। खासकर अगर आप सप्लीमेंट्स ले रहे हैं।लंबे समय तक सप्लीमेंट्स न लें- लंबे समय तक हाई डोज वाली विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेने से हाइपरकैल्शिमिया, किडनी स्टोन्स और दिल की बीमारियां हो सकती हैं। हेल्दी डाइट लें- विटामिन-डी सप्लीमेंट्स के साथ-साथ हेल्दी डाइट लेना भी जरूरी है। मछली, अंडे, दूध और दही जैसे फूड आइटम्स विटामिन-डी के नेचुरल सोर्स हैं। धूप में समय बिताएं- सूरज की रोशनी विटामिन-डी का सबसे अच्छा सोर्स है। हर रोज 15-20 मिनट सुबह की धूप में बिताने से शरीर में विटामिन-डी का लेवल बढ़ सकता है।

कितने दिनों तक लेना चाहिए Vitamin-D सप्लीमेंट? सुबह या शाम, क्या है इसे लेने का सही समय

Vitamin D Deficiency:
 विटामिन-डी शरीर के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है जो हड्डियों, मांसपेशियों और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है। यह शरीर को कैल्शियम और फॉस्फोरस को अब्जॉर्ब करने में मदद करता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। हालांकि, मॉडर्न लाइफस्टाइल, धूप में कम समय बिताना और खानपान में पोषक तत्वों की कमी के कारण कई लोगों में विटामिन-डी की कमी देखी जाती है। ऐसे में विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेना एक असरदार सॉल्यूशन (Vitamin D Supplements Benefits) हो सकता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेने का सही समय (Best time to take Vitamin D) क्या है और इन्हें कितने दिनों तक (Vitamin D Supplements Duration) लेना चाहिए?
विटामिन-डी की ज्यादा मात्रा शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए सप्लीमेंट्स शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें।                                                                                              नियमित जांच कराएं- विटामिन-डी का लेवल बहुत ज्यादा या बहुत कम होने पर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हर 3-6 महीने पर इसकी जांच करवाएं। खासकर अगर आप सप्लीमेंट्स ले रहे हैं।  लंबे समय तक सप्लीमेंट्स न लें- लंबे समय तक हाई डोज वाली विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेने से हाइपरकैल्शिमिया, किडनी स्टोन्स और दिल की बीमारियां हो सकती हैं।                                       हेल्दी डाइट लें- विटामिन-डी सप्लीमेंट्स के साथ-साथ हेल्दी डाइट लेना भी जरूरी है। मछली, अंडे, दूध और दही जैसे फूड आइटम्स विटामिन-डी के नेचुरल सोर्स हैं।                                                        धूप में समय बिताएं- सूरज की रोशनी विटामिन-डी का सबसे अच्छा सोर्स है। हर रोज 15-20 मिनट सुबह की धूप में बिताने से शरीर में विटामिन-डी का लेवल बढ़ सकता है।

टीम शेर-ए-लुधियाना प्रो पंजा लीग में डेब्यू के लिए तैयार, द ग्रेट खली बने ब्रांड एम्बेसडर

लुधियाना- शेर-ए-लुधियाना आर्म रेसलिंग टीम ने 9 अगस्त, 2024 को रैडिसन ब्लू, लुधियाना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रो पंजा लीग में अपनी एंट्री की घोषणा की। पहले यह टीम लुधियाना लायंस के नाम से जानी जाती थी, लेकिन अब नए नाम के साथ टीम ने द ग्रेट खली को ब्रांड एम्बेसडर के रूप में पेश किया। खली, जो लुधियाना की ताकत और गर्व का प्रतीक हैं, टीम के नए चेहरे बने हैं।


इस कार्यक्रम का आयोजन वी कॉर्प एक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया था। द ग्रेट खली के साथ जुड़ने से टीम की पहचान और मजबूत होगी और खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा बनेगी। इस मौके पर वी कॉर्प के संस्थापक आयुष लालवानी ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व का पल है। द ग्रेट खली के साथ हमारी टीम अब और भी ताकतवर बनेगी और हम आर्म रेसलिंग में नई ऊंचाइयां छूने के लिए तैयार हैं।


द ग्रेट खली ने कहा कि मैं शेर-ए-लुधियाना के साथ जुड़कर बहुत खुश हूं। आर्म रेसलिंग में ताकत, रणनीति और जुनून की जरूरत होती है, और यह सब मैंने इस टीम में देखा है। हम साथ मिलकर नए खिलाड़ियों को प्रेरित करेंगे और इस खेल को और भी ऊंचाई पर ले जाएंगे।

इस मौके पर प्रो पंजा लीग के को फाउंडर परवीन डबास ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि प्रो पंजा लीग का पहला सीजन शानदार रहा और 32 मिलियन लोगों ने इसे देखा। शेर-ए-लुधियाना टीम ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई। मैं टीम मालिकों को बधाई देना चाहता हूँ कि उन्होंने खेल को समझा और 'द ग्रेट खली' को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया, जो 'भारत का खेल' भावना को दर्शाते हैं और एक देसी हीरो हैं जिन्हें देश के लाखों लोग प्यार करते हैं। मैं अगले सीजन का इंतजार कर रहा हूँ और मुझे यकीन है कि शेर-ए-लुधियाना एक ऐसी टीम होगी जिस पर सबकी नजर होगी।

शेर-ए-लुधियाना टीम में कश्मीरी कश्यप, कृतिका दास, तौहीद शेख और शिवांशु कौशिक जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल हैं। ये खिलाड़ी अपने दम पर टीम को प्रो पंजा लीग में एक मजबूत दावेदार बना रहे हैं।

फोर्टिस लुधियाना ने विश्व स्तनपान जागरूकता सप्ताह के मौके परसप्ताह भर चलने वाले अभियानों का शुभ आरम्भ किया

लुधियाना, 3 अगस्त :—फोर्टिस अस्पताल  ने माताओं और उनके नवजात शिशुओं के लिए स्तनपान केमहत्व को उजागर करने के लिए तैयार की गई गतिविधियों की एक श्रृंखलाके साथ विश्व स्तनपान जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया । लगभग 25 माताओं और उनके नवजात शिशुओं कोविभिन्न गतिविधियों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था, जिनमेंमजेदार खेल और शैक्षिक सत्र शामिल थे। डॉ. गौरव मित्तल, डॉ. शिवानीग्रेवाल, डॉ. गुरसिमरन कौर और डॉ. शिवानी गर्ग ने नवजात शिशुओं कीदेखभाल और स्तनपान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। कार्यक्रमका समापन केक काटकर किया गया। 

स्तनपान के महत्व के बारे में बात करते हुए, डॉ. गौरव मित्तल, सीनियरकंसल्टेंट पीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी ने कहा, "स्तनपान बच्चे के स्वस्थविकास की नींव है। यह आवश्यक पोषक तत्व और एंटीबॉडी प्रदान करताहै, बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है और संक्रमण के जोखिम को कमकरता है। फोर्टिस हेल्थकेयर में हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हरमां अपने बच्चे को पालने के दौरान आत्मविश्वास और समर्थित महसूस करे।"

डॉ. शिवानी ग्रेवाल, एसोसिएट कंसल्टेंट पीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी नेस्तनपान के महत्व के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा,"स्तनपान नकेवल बच्चों को कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है बल्कि मां और बच्चे केबीच संबंध को भी मजबूत करता है। यह स्वस्थ विकास को बढ़ावा देता हैऔर विभिन्न बीमारियों के खिलाफ बच्चों की रक्षा करने का एक प्राकृतिकतरीका है। हम सभी माताओं को स्तनपान अपनाने के लिए प्रोत्साहित करतेहैं।" डॉ. विशवदीप गोयल, फैसिलिटी डायरेक्टर ने कहा, "फोर्टिस अस्पतालहमेशा विभिन्न पहलों के माध्यम से स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती को बढ़ावा देने मेंसबसे आगे रहा है। यह आयोजन माताओं को सूचित निर्णय लेने के लिएआवश्यक ज्ञान और संसाधनों से सशक्त बनाने का एक शानदार तरीकाथा।"

इसके अलावा, अस्पताल 5 अगस्त को नर्सिंग स्टाफ के लिए सराभा नर्सिंगकॉलेज में डॉ. आरती तुली और डॉ. प्रिया बंसल के नेतृत्व में स्वास्थ्य वार्ताआयोजित करेगा। 7 अगस्त को एक मुफ्त मां और बच्चे का स्वास्थ्य जांचशिविर आयोजित किया जाएगा। इन पहलों का उद्देश्य नर्सों को स्तनपानकराने वाली माताओं का प्रभावी ढंग से समर्थन करने के लिए आवश्यक ज्ञानऔर कौशल से सशक्त बनाना है, साथ ही यह सुनिश्चित करना है किमाताओं और उनके बच्चों को आवश्यक चिकित्सा देखभाल और समर्थन प्राप्त हो। इसकार्यक्रम में डॉ. गुरसिमरन कौर (सीनियर कंसल्टेंट गायनेकोलॉजी), डॉ. शिवानी गर्ग (एसोसिएट कंसल्टेंट गायनेकोलॉजी), डॉ. गौरव मित्तल(सीनियर कंसल्टेंट पीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी), डॉ. नवजोत कलेर (सीनियर कंसल्टेंट नियोनेटोलॉजी), डॉ. शिवानी ग्रेवाल (एसोसिएट कंसल्टेंटपीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी), डॉ. आरती तुली (सीनियर कंसल्टेंटगायनेकोलॉजी), डॉ. प्रिया बंसल (एसोसिएट कंसल्टेंट गायनेकोलॉजी) औरडॉ. विशवदीप गोयल (फैसिलिटी डायरेक्टर, फोर्टिस अमृतसर औरलुधियाना) ने भाग लिया। 1 अगस्त को फोर्टिस ऑडिटोरियम, चंडीगढ़ रोड में डॉ. विशवदीप गोयल, डॉ. गुरसिमरन कौर, डॉ. शिवानी गर्ग, डॉ. गौरव मित्तल और डॉ. शिवानीग्रेवाल द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रममें आंतरिक नर्सिंग और प्रशासनिक कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य सुझावशामिल थे। विश्व स्तनपान जागरूकता सप्ताह के तीसरे दिन, अस्पताल नेउन मरीजों के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया जिन्होंने हाल ही में बच्चोंको जन्म दिया था।

ਰਾਜਗੂਰ ਨਗਰ, ਬੀ ਆਰ ਐਸ ਨਗਰ, ਕਿਚਲੂ ਨਗਰ ਤੇ ਮਾਡਲ ਟਾਊਨ 'ਚ ਵੱਧ ਫੈਲਦਾ ਹੈ ਡੇਂਗੂ - ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ

ਲੁਧਿਆਣਾ, 10 ਮਾਰਚ - ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਵੱਲੋ ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਮੁਤਾਬਿਕ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ ਹਿਤਿੰਦਰ ਕੌਰ ਦੇ ਦਿਸਾ ਨਿਰਦੇਸਾਂ ਤਹਿਤ ਜਿਲ੍ਹੇ ਭਰ ਦੇ ਸਰਕਾਰੀ ਸਿਹਤ ਕੇਦਰਾਂ 'ਚ ਆਮ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਡੇਗੂ ਦੇ ਪੈਦਾ ਹੋਣ ਵਾਲੇ ਲਾਰਵੇ ਸਬੰਧੀ ਟੀਮਾਂ ਵਲੋ ਜਾਗਰੂਕ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਇਸੇ ਮੁਹਿੰਮ ਤਹਿਤ ਅੱਜ ਰਾਜਗੂਰ ਨਗਰ ਜੀ-ਬਲਾਕ ਵਿੱਚ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਘਰ ਘਰ ਜਾਂ ਕੇ ਜਾਗਰੂਕ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਅਤੇ ਕਈ ਥਾਂਵਾਂ ਤੇ ਲਾਰਵਾ ਵੀ ਚੈਕ ਕੀਤਾ ਗਿਆ।ਇਸ ਮੌਕੇ ਸਰਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਇਮਾਰੀ ਸਮਾਰਟ ਸਕੂਲ ਨੰਬਰ ਸੱਤ ਵਿਚ ਅਧਿਆਪਕਾਂ ਨੂੰ ਜਾਗਰੂਕ ਕਰਦੇ ਮਾਸ ਮੀਡੀਆ ਵਿੰਗ ਦੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਅਫ਼ਸਰ ਪਰਮਿੰਦਰ ਸਿੰਘ, ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮਾਸ ਮੀਡੀਆਂ ਅਫ਼ਸਰ ਦਲਜੀਤ ਸਿੰਘ, ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਬੀ ਸੀ ਸੀ ਕੋਆਡੀਨੇਟਰ ਬਰਜਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ, ਐਂਟੀ ਲਾਰਵਾ ਵਿੰਗ ਤੋ ਐਸ ਆਈ ਸਤਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ, ਮਨਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਐਸ ਆਈ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਡੇਗੂ ਸਹਿਰਾਂ ਦੇ ਵੱਖ ਵੱਖ ਖੇਤਰਾਂ ਤੋ ਇਲਾਵਾ ਸ਼ਹਿਰ ਦੇ ਰਾਜਗੂਰ ਨਗਰ, ਬੀ ਆਰ ਐਸ ਨਗਰ , ਕਿਚਲੂ ਨਗਰ ਅਤੇ ਮਾਡਲ ਟਾਊਨ ਆਦਿ ਥਾਂਵਾਂ ਤੇ ਵੱਧ ਫੈਲਦਾ ਹੈ।

ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਡੇਗੂ ਏਡੀਜ਼ ਨਾਮ ਦੇ ਮੱਛਰ ਦੇ ਕੱਟਣ ਨਾਲ ਫੈਲਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਇਹ ਮੱਛਰ ਦਿਨ ਵੇਲੇ ਕੱਟਦਾ ਹੈ। ਉਨਾਂ ਡੇਗੂ ਅਤੇ ਮਲੇਰੀਆ ਦੇ ਲੱਛਣਾਂ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਜੇਕਰ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਤੇਜ਼ ਬੁਖਾਰ, ਸਿਰ ਦਰਦ, ਮਾਸ ਪੇਸ਼ੀਆਂ

ਵਿੱਚ ਦਰਦ, ਚਮੜੀ ਤੇ ਦਾਣੇ ਹੋਣਾ, ਅੱਖਾਂ ਦੇ ਪਿਛਲੇ ਪਾਸੇ ਦਰਦ, ਮਸੂੜਿਆ ਅਤੇ ਨੱਕ ਵਿਚੋ ਖੂਨ ਦਾ ਵਗਣਾ ਡੇਂਗੂ ਦੇ ਲੱਛਣ ਹੋ ਸਕਦੇ ਹਨ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਜਾਗਰੁਕ ਕਰਦੇ ਸਮੇ ਉਨਾਂ ਬਚਾਅ ਦੇ ਸਾਧਨ ਦੱਸੇ ਅਤੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਕੂਲਰਾਂ, ਗਮਲਿਆ, ਫਰਿੱਜ਼ਾ ਦੇ ਪਿਛਲੇ ਪਾਸੇ ਲੱਗੀਆਂ ਟਰੇਆ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਖੜਾ ਨਾ ਹੋਣ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ। ਸੁੱਕਰਵਾਰ ਦਾ ਦਿਨ ਕੂਲਰਾਂ ਅਤੇ ਗਮਲਿਆਂ ਆਦਿ ਵਿੱਚੋ ਪਾਣੀ ਕੱਢ ਕੇ ਇਹ ਦਿਨ ਡਰਾਈ ਡੇਅ ਵਜੋ ਮਨਾਇਆ ਜਾਵੇ, ਬੁਖਾਰ ਹੋਣ ਦੀ ਹਾਲਤ ਡਾਕਟਰ ਦੀ ਸਲਾਹ ਨਾਲ ਦਵਾਈ ਲਈ ਜਾਵੇ। ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਤੋ ਬਚਣ ਸਬੰਧੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਕਿ ਜੇਕਰ ਕਿਸ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਉਪਰੋਕਤ ਲੱਛਣ ਪਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਉਹ ਨੇੜੇ ਦੇ ਸਿਹਤ ਕੇਂਦਰ ਵਿੱਚ ਜਾ ਕੇ ਆਪਣਾ ਚੈਕਅਪ ਜਰੂਰ ਕਰਵਾਉਣ।

ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਭਰ 'ਚ ਮਨਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ ਕਾਲਾ ਮੋਤੀਆ ਹਫ਼ਤਾ : ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ, 12 ਤੋ 18 ਮਾਰਚ ਤੱਕ ਲਾਏ ਜਾਣਗੇ ਵਿਸੇ਼ਸ਼ ਜਾਂਚ ਕੈਂਪ

ਲੁਧਿਆਣਾ, 10 ਮਾਰਚ  - ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਵਲੋ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਚੰਗੀਆਂ ਸਿਹਤ ਸਹੂਲਤਾਂ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਦੇ ਮੰਤਵ ਨਾਲ ਸਿਹਤ ਮੰਤਰੀ ਡਾਕਟਰ ਬਲਬੀਰ ਸਿੰਘ ਵਲੋ ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਭਰ ਵਿੱਚ ਕਾਲਾ ਮੋਤੀਆ ਹਫ਼ਤਾ 12 ਮਾਰਚ ਤੋ 18 ਮਾਰਚ ਤੱਕ ਮਨਾਇਆ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। 

ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦੇ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ ਹਿਤਿੰਦਰ ਕੌਰ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕੇ ਇਸ ਹਫਤੇ ਦੌਰਾਨ ਅੱਖਾਂ ਦੇ ਮਾਹਿਰ ਡਾਕਟਰਾਂ ਵਲੋ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਕਾਲੇ ਮੋਤੀਏ ਦੇ ਲੱਛਣ, ਇਲਾਜ, ਬਚਾਅ ਅਤੇ ਸਾਵਧਾਨੀਆਂ ਬਾਰੇ ਵੀ ਜਾਗਰੂਕ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ। ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਅੰਨੇਪਣ ਦੀ ਰੋਕਥਾਮ ਲਈ ਆਪਣੀ ਜਲਦ ਜਾਂਚ ਕਰਵਾਉਣੀ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਨਿਗ੍ਹਾ ਦਾ ਬਚਾਅ ਹੋ ਸਕੇ। 

ਇਸ ਮੌਕੇ ਅੱਖਾਂ ਦੇ ਮਾਹਿਰ ਨੋਡਲ ਅਫਸਰ ਡਾਕਟਰ ਮੰਨੂ ਵਿਜ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਭਰ ਦੇ ਸਰਕਾਰੀ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਵਿਚ ਇਸ ਹਫਤੇ ਅੱਖਾਂ ਦਾ ਮੁਫਤ ਚੈਕਅਪ ਅਤੇ ਮੁਫ਼ਤ ਦਵਾਈਆਂ ਦਿੱਤੀਆਂ ਜਾਣਗੀਆਂ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਕਰਦਿਆਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਹ ਇਨ੍ਹਾਂ ਕੈਪਾਂ ਦਾ ਵੱਧ ਤੋ ਵੱਧ ਲਾਭ ਲੈਣ। ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਵਲੋ ਆਮ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਸਹੂਲਤ ਲਈ ਇਹ ਯੋਗ ਉਪਰਾਲਾ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ।

बाबा जसवंत सिंह डेंटल कॉलेज लुधियाना में छात्रा से दुष्कर्म और क़त्ल की कोशिश, गुस्साई छात्राएं धरने पर बैठी



























पंजाब के लुधियाना स्थित बाबा जसवंत सिंह डेंटल कॉलेज में गुरुवार सुबह कुछ संदिग्ध युवक गर्ल्स हॉस्टल में घुस गए। उनके हाथों में हथियार भी थे। उन्होंने वहां छात्राओं से मारपीट की। उन्होंने एक छात्र की गर्दन पर चाकू लगा दिया। बचाव में छात्राओं ने शोर मचाया तो सिक्योरिटी गार्ड तुरंत उनकी तरफ भागे। लोगों को आता देख हमलावर युवक वहां से फरार हो गए। घटना के बाद छात्राएं धरने पर बैठ गईं। उन्होंने कॉलेज पर सुरक्षा प्रबंधनों में ढील बरतने का आरोप लगाया। सूचना पाकर थाना मोती नगर की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। फिलहाल कॉलेज प्रबंधकों ने इस मामले में चुप्पी साधी हुई है। छात्राओं का कहना है कि जो युवक यहां घुसे से वे कॉलेज के नहीं है। जब हॉस्टल के CCTV कैमरे चेक किए गए तो एक युवक कॉलेज के पीछे की दीवार फांदकर हॉस्टल में दाखिल हुआ। उसने अपना मुंह ढका हुआ था। SHO जगदीप सिंह गिल ने बताया कि पुलिस बल कॉलेज में तैनात कर दिया गया है। संदिग्ध युवक को पुलिस जल्द लोकेट कर लेगी। छात्राओं ने धरना लगा कॉलेज प्रबंधकों पर सुरक्षा व्यवस्था पूरी न होने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पहले भी एक बार इसी तरह की घटना हो चुकी है।

कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने लगाया विशेष सुविधा समागम

कर्मचारी राज्य बीमा निगम अपनी स्थापना की 71वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में दिनांक 24.02.2023 से 10.03.2023 तक चल रहे विशेष सेवा पखवाड़े के दौरान आज दिनांक 27/02/2023 को कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने  ई पी एफ ओ के साथ मिलकर संयुक्त लोक संवाद/सुविधा समागम कार्यक्रम मै॰ रालसन इंडिया लिमिटेड के परिसर मे किया। इस कार्यक्रम के साथ एक स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमे लगभग 650 कर्मियों का स्वास्थ्य जाँच किया गया तथा आवश्यकता अनुसार एलोपथिक तथा आयुर्वेदिक दवाइयों का वितरण किया गया। इस लोक संवाद कार्यक्रम में निगम के उप क्षेत्रीय कार्यालय से श्री अश्वनी कुमार सेठ, सहायक निदेशक ने कर्मचारी राज्य बीमा योजना के अंतर्गत विभिन्न हितलाभों की जानकारी दी तथा उपस्थित प्रतिभागियों के प्रशनों/समस्याओं  का समाधान किया। इस मौके पर श्री संदीप सलूजा, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी तथा श्रीमती अंकांक्षा रहेजा, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी तथा कर्मचारी भविष्य निधि सगठन की ओर से श्री अरविंदर भारती, ईओ, श्रीमती पूजा कोहली, ईओ तथा श्री कृष्ण कुमार, ईओ उपस्थित थे। 

मै रालसन इंडिया लिमिटेड की प्रबंधन टीम द्वारा व्यापक स्तर पर लुधियाना के विभिन्न क्षेत्रों में बीमित व्यक्तियों के लिए की जाने वाली गतिविधियों के आयोजन की प्रशंसा की तथा कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अधिकारियों का धन्यवाद किया। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन कर्मचारी राज्य बीमा निगम दुनिया के सबसे बड़े बहु आयामी सामाजिक सुरक्षा सेवा प्रदाता संगठनों में से एक है, जो देश के कामगारों को बीमारी, प्रसव, निशक्तता तथा रोज़गार चोट से मृत्यु जैसी आकस्मिकताओं से बचाने तथा बीमाकृत व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करता है। लुधियाना नगर में कर्मचारी राज्य बीमा निगम अपने 01 उप क्षेत्रीय कार्यालय, 05 शाखा

कार्यालय, 01 मॉडल अस्पताल तथा 13 ई एस आई औषधालयों के द्वारा लगभग 18461 कारखानों/संस्थानों में कार्यरत लगभग 4 लाख  कामगारों व उनके परिवारों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। श्री सुनील कुमार, उप निदेशक(प्रभारी) उप क्षेत्रीय कार्यालय लुधियाना ने बीमितों और नियोजकों को विशेष सेवा पखवाड़े के दौरान अधिकतम प्रतिभागिता का आह्वान किया। नियोजकों से भी पुनः अनुरोध किया गया कि सभी व्याप्ति योग्य कर्मचारियों का पंजीकरण ई एस आई अधिनियम के अंतर्गत करवाना सुनिश्चित करें।

एमपी अरोड़ा ने 5वीं प्रोग्रेसिव पंजाब इन्वेस्टर्स समिट 2023 में सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं का उठाया मुद्दा

लुधियाना, 24 फरवरी, 2023: लुधियाना से आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, मोहाली में शुक्रवार को हेल्थकेयर और फार्मास्युटिकल सत्र पर 5वीं प्रोग्रेसिव पंजाब इन्वेस्टर्स समिट 2023 के दौरान 'इवॉल्विंग हेल्थकेयर एंड मेडिकल इकोसिस्टम - अप्प्रेज़िंग, अडॉप्टिंग, अफेक्टिंग लाईव्ज़' विषय पर आयोजित पैनल चर्चा में भाग लेते हुए पंजाब के लोगों खासकर जरूरतमंदों और गरीबों को सस्ती स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने पंजाब में आप द्वारा शुरू किए गए मोहल्ला क्लीनिकों की भी सराहना की। डॉ बलबीर सिंह, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, पंजाब; प्रदीप अग्रवाल, सीईओ स्टेट हेल्थ एजेंसी, पंजाब; और वीके मीणा, प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, पंजाब इस अवसर पर अन्य के अतिरिक्त उपस्थित थे। पैनल चर्चा में भाग लेने के बाद यहां अपनी वापसी पर अधिक जानकारी देते हुए अरोड़ा ने बताया कि उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि स्वास्थ्य सेवा में सार्वजनिक और निजी दोनों तरह की भागीदारी की जरूरत है, लेकिन सरकार को अधिक खर्च करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में कुल जीडीपी का 1.98 प्रतिशत स्वास्थ्य पर खर्च किया जाता है जबकि दुनिया भर में यह लगभग 7 से 8 प्रतिशत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं पर सरकारी खर्च कहीं अधिक होना चाहिए जिससे जरूरतमंदों को मदद मिलेगी। यह खर्च स्वास्थ्य देखभाल, अनुसंधान और वैकल्पिक चिकित्सा पर होना चाहिए।

अरोड़ा ने स्पष्ट रूप से कहा कि निजी क्षेत्र हमेशा राजस्व उत्पन्न करने के लिए पहले अपना हित देखता है।उन्होंने कहा कि वास्तव में, निजी क्षेत्र हमेशा अपनी कमाई करने की क्षमता की तलाश में रहता है। अगर सरकार की भागीदारी बढ़ाई जाए तो लोगों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा के और मौके मिलेंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च का विश्व औसत 18 प्रतिशत है, जबकि भारत में सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश 70 प्रतिशत से ऊपर है और राष्ट्रीय औसत लगभग 50 प्रतिशत है जो स्वास्थ्य बीमा, आयुष्मान योजना और सीजीएचएस के बावजूद बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि अंतत: इसका बोझ आम आदमी की जेब पर पड़ता है। अरोड़ा ने फार्मा उद्योग से अनुरोध किया कि उसे स्वास्थ्य सुविधाओं को यथासंभव किफायती बनाना चाहिए। उन्होंने उठाए गए कदमों पर मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के प्रयासों की भी सराहना की और राज्य में सस्ती स्वास्थ्य देखभाल के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और भी बहुत कुछ आवश्यक है। एक उदाहरण का हवाला देते हुए, अरोड़ा ने कहा कि वह डीएमसीएच, लुधियाना के गवर्निंग बॉडी में भी हैं, इसलिए, उन्हें आमतौर पर हर हफ्ते कुछ फोन आते हैं और अनुरोध करते हैं कि कृपया डॉक्टर से पूछें कि क्या उनके मरीज को बचाया जा सकता है और यदि ऐसा है तो मरीज को अस्पताल में रखा जाये अन्यथा, वे मरीज को अपने पास रख लेंगे। उन्होंने टिप्पणी की, "मुझे समझ में नहीं आता है कि एक मरीज को बचाकर डॉक्टर उनकी फेवर कर रहे हैं या उनकी डिसफेवर कर रहे हैं क्योंकि इलाज की लागत बहुत अधिक है जिससे उनका परिवार भारी ऋण के तले दब जाता है।" उन्होंने कहा कि कहानी का सार यह है कि लोग स्वास्थ्य देखभाल पर भारी खर्च वहन करने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा, "यही कारण है कि

मैं कह रहा हूं कि हमें इलाज पर खर्च को कम करने और विशेष रूप से जरूरतमंद और गरीब लोगों के लिए किफायती स्वास्थ्य देखभाल का अधिक आश्वासन देने की आवश्यकता है।" अरोड़ा ने कहा कि कई बार गरीब लोग इलाज के लिए अस्पताल नहीं जाना चाहते हैं। कई लोगों के पास इतने पैसे भी नहीं होते कि वे अस्पताल में भर्ती हो सकें। इस मौके पर पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने अरोड़ा को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए उनके विचारों की सराहना की। मंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार आज के पैनल डिस्कशन में चर्चा किए गए सभी सुझावों और बिंदुओं पर विचार करेगी।

ਸੁੱਧ ਭੋਜਨ ਨਾ ਖਾਣਾ, ਬਣ ਰਿਹਾ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦਾ ਕਾਰਨ - ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ

ਲੁਧਿਆਣਾ, 23 ਫਰਵਰੀ - ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਪੰਜਾਬ ਵੱਲੋ ਜਾਰੀ ਹੁਕਮਾਂ ਤਹਿਤ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਭਰ ਵਿਚ ਆਮ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਅਤੇ ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਪੰਜਾਬ ਵਲੋ ਦਿੱਤੀਆਂ ਜਾਂ ਰਹੀਆਂ ਮੁਫਤ ਸਹੂਲਤਾਂ ਬਾਰੇ ਸਮੇ ਸਮੇ 'ਤੇ ਜਾਗਰੂਕ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ.ਹਿਤਿੰਦਰ ਕੌਰ ਨੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮਾਸ ਮੀਡੀਆ ਵਿੰਗ ਵਲੋ ਆਮ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਹੋ ਰਹੀਆਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਜਿਵਂੇ ਕਿ ਕੈਂਸਰ, ਸੂਗਰ, ਬਲੱਡ ਪ੍ਰੈਸ਼ਰ ਅਤੇ ਦਿਲ ਦੀਆਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਸਬੰਧੀ ਜਾਗਰੂਕ ਕੀਤਾ ਜਾਂ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਨਾਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦਾ ਮੁੱਖ ਕਾਰਨ ਆਮ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਜਿੰਦਗੀ ਵਿਚ ਤਬਦੀਲੀਆਂ ਦਾ ਆਉਣਾ ਹੈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਰੋਜ਼ ਦੇ ਖਾਣੇ ਵਿਚ ਪੌਸ਼ਟਿਕਤਾ ਘੱਟ ਰਹੀ ਹੈ ਅਤੇ ਲੋਕ ਘਰ ਦਾ ਖਾਣਾ ਖਾਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਫਾਸਟ ਫੂਡ ਖਾਣ ਨੂੰ ਜ਼ਿਆਦਾ ਤਰਜੀਹ ਦੇ ਰਹੇ ਹਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜਿੱਥੇ ਆਮ ਲੋਕ ਬਾਹਰ ਦਾ ਖਾਣਾ ਖਾਣ ਪਸੰਦ ਕਰਦੇ ਹਨ ਉੱਥੇ ਪੈਦਲ ਚੱਲਣਾ ਅਤੇ ਕਸਰਤ ਕਰਨੀ ਵੀ ਘੱਟ ਕਰ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਹੈ। ਡਾ. ਹਿਤਿੰਦਰ ਕੌਰ ਨੇ
ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਦੇ ਨਾਲ ਨਾਲ ਲੋਕ ਵੱਡੇ ਪੱਧਰ 'ਤੇ ਨਸ਼ਿਆਂ ਦਾ ਸੇਵਨ ਵੀ ਕਰ ਰਹੇ ਹਨ। ਲੋਕਾਂ ਵੱਲੋ ਖਾਣ ਪੀਣ ਵਿੱਚ ਵਰਤੀਆ ਜਾਂ ਰਹੀਆਂ ਗਲਤ ਆਦਤਾਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦਾ ਮੁੱਖ ਕਾਰਨ ਬਣ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜੇਕਰ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਉਪਰੋਕਤ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦੀ ਸ਼ਿਕਾਇਤ ਨਜ਼ਰ ਆ ਰਹੀ ਹੈ ਤਾਂ ਉਹ ਨੇੜੇ ਦੇ ਸਿਹਤ ਕੇਂਦਰ ਵਿਚ ਜਾ ਕੇ ਆਪਣੀ ਜਾਂਚ ਅਤੇ ਇਲਾਜ ਕਰਵਾ ਸਕਦੇ ਹਨ। ਸਰਕਾਰੀ ਸਿਹਤ ਕੇਦਰਾਂ 'ਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦੀ ਜਾਂਚ ਅਤੇ ਇਲਾਜ ਬਿਲਕੁਲ ਮੁਫਤ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ।

ਪੁਲਿਸ ਕੁਮਿਸ਼ਨਰ ਲੁਧਿਆਣਾ ਸ. ਮਨਦੀਪ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ ਵਲੋਂ ਸਿਵਲ ਹਸਪਤਾਲ ਵਿਚ ਤੋੜ ਭਨ ਕਰਣ ਵਾਲੇ ਲੋਕਾਂ ਖਿਲਾਫ ਵੱਖ ਵੱਖ ਧਾਰਾਵਾਂ ਤਹਿਤ ਮੁਕੱਦਮਾ ਦਰਜ਼

ਲੁਧਿਆਣਾ, 06 ਜਨਵਰੀ - ਪੁਲਿਸ ਕੁਮਿਸ਼ਨਰ ਲੁਧਿਆਣਾ ਸ. ਮਨਦੀਪ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ ਆਈ.ਪੀ.ਐਸ. ਵਲੋਂ ਬੀਤੇ ਕੱਲ੍ਹ ਸਿਵਲ ਹਸਪਤਾਲ ਲੁਧਿਆਣਾ ਵਿਖੇ ਹੋਈ ਘਟਨਾ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਦੱਸਿਆ ਗਿਆ ਕਿ 05 ਜਨਵਰੀ, 2023 ਨੂੰ ਸਿਵਲ ਹਸਪਤਾਲ ਲੁਧਿਆਣਾ ਦੀ ਮੌਰਚਰੀ ਵਿਚੋ ਮ੍ਰਿਤਕ ਦੇਹ ਦੀ ਗਲਤੀ ਨਾਲ ਅਦਲਾ੍ਬਦਲੀ ਹੋਣ ਅਤੇ ਲਾਸ਼ ਦਾ ਸਸਕਾਰ ਵਾਲੀ ਘਟਨਾ ਬਹੁਤ ਹੀ ਦੁੱਖਦਾਈ ਸੀ। ਇਸ ਮੰਦਭਾਗੀ ਘਟਨਾ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਸਿਵਲ ਹਸਪਤਾਲ ਵਿੱਚ ਸਰਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਪਰਟੀ ਦੀ ਭੰਨਤੋੜ ਕੀਤੀ ਗਈ ਜਿਸ ਨਾਲ ਡਾਕਟਰੀ ਸਟਾਫ ਅਤੇ ਮਰੀਜਾਂ ਵਿੱਚ ਸਹਿਮ ਦਾ ਮਾਹੋਲ ਅਤੇ ਜਾਨ ਮਾਲ ਦਾ ਖਤਰਾ ਬਣਿਆ ਹੋਣ ਕਾਰਨ, ਇਸ ਨੂੰ ਗੰਭੀਰਤਾ ਨਾਲ ਲੈਦਿਆ ਹੋਇਆ ਸੰਗੀਨ ਜੁਰਮਾਂ ਅਧੀਨ ਮੁਕੱਦਮਾ ਨੰਬਰ 05 ਮਿਤੀ 05.01.2023 ਅ/ਧ 307,353,186,379 ਭਾਯਦੰਡ Prevention of Damage to Public Property Act 1984 ਥਾਣਾ ਡਵੀਜਨ ਨੰਬਰ 2 ਲੁਧਿਆਣਾ ਵਿਖੇ ਡਾਕਟਰ ਅਮਰਜੀਤ ਕੌਰ SMO ਲੁਧਿਆਣਾ ਦੇ ਬਿਆਨਾਂ ਦੇ ਆਧਾਰ 'ਤੇ ਮਾਮਲਾ ਦਰਜ ਕੀਤਾ ਗਿਆ। ਸਿਵਲ ਹਸਪਤਾਲ ਲੁਧਿਆਣਾ ਵਿੱਚ ਲਾਾਂ ਦੀ ਅਦਲਾ ਬਦਲੀ ਹੋਈ ਸੀ, ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਵੀ ਮੁਕੱਦਮਾ ਨੰਬਰ 04 ਮਿਤੀ 05.01.2023 ਅ/ਧ 379,403,406 ਭਾਯਦੰਡ ਥਾਣਾ ਡਵੀਜਨ ਨੰਬਰ੍ਰ 2 ਲੁਧਿਆਣਾ ਵਿਖੇ ਮ੍ਰਿਤਕ ਆਯੂ ਸੂਦ ਦੇ ਵਾਰਸਾ ਦੇ ਬਿਆਨ 'ਤੇ ਦਰਜ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਅਤੇ SMO ਪਾਸੋ ਸਿਵਲ ਹਸਪਤਾਲ ਪ੍ਰਾਸਨ ਦੇ ਕਰਮਚਾਰੀਆਜ਼ ਵੱਲੋ ਵਰਤੀ ਗਈ ਅਣਗਹਿਲੀ ਸਬੰਧੀ ਰਿਪੋਰਟ ਹਾਸਲ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ। ਰਿਪੋਰਟ ਹਾਸਲ ਹੋਣ ਉਪਰੰਤ ਸਬੰਧਤ ਕਸੂਰਵਾਰ ਦੇ ਖਿਲਾਫ ਕਾਨੂੰਨ ਅਨੁਸਾਰ ਬਣਦੀ ਕਾਰਵਾਈ ਅਮਲ ਵਿੱਚ ਲਿਆਦੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਮਿਤੀ 05.01.2023 ਨੂੰ ਸਿਵਲ ਹਸਪਤਾਲ ਲੁਧਿਆਣਾ ਵਿੱਚ ਕੀਤੀ ਸਰਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਪਰਟੀ ਦੀ ਭੰਨਤੋੜ ਸਬੰਧੀ ਸੀਸੀਟੀਵੀ ਅਤੇ ਹੋਰ ਲੋੜੀਦੀ ਸਹਾਦਤ ਇਕੱਠੀ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ, ਜਿਸ ਦੇ ਆਧਾਰ 'ਤੇ ਸਨਾਖਤ ਕਰਕੇ ਮੁਕੱਦਮਾ ਨੰਬਰ 05 ਮਿਤੀ 05.01.2023 ਅ/ਧ 307,353,186,379 ਭਾਯਦੰਡ Prevention of Damage to Public Property Act 1984 ਥਾਣਾ ਡਵੀਜਨ ਨੰਬਰ 2, ਲੁਧਿਆਣਾ ਵਿੱਚ ਨਾਮਗ਼ਦ ਕਰਕੇ ਗ੍ਰਿਫਤਾਰੀ ਅਮਲ ਵਿੱਚ ਲਿਆਦੀ ਜਾਵੇਗੀ। ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਕਮਿਨਰ ਪੁਲਿਸ ਲੁਧਿਆਣਾ ਵੱਲੋ
ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੈ ਕਿ ਆਪਣੇ ਨਿਗ਼ੀ ਝਗੜਿਆਜ਼ ਕਾਰਨ ਕਿਸੇ ਵੀ ਵਿਅਕਤੀ ਵੱਲੋ ਸਰਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਪਰਟੀ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਵੀ ਢੰਗ ਨਾਲ ਨੁਕਸਾਨ ਪਹੁੰਚਾਣਾ ਚਿਤ ਨਹੀ ਠਹਿਰਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸਾਡਾ ਸਭ ਦਾ ਫਰਗ਼ ਬਣਦਾ ਹੈ ਕਿ ਸਰਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਪਰਟੀ ਨੂੰ ਆਪਣੀ ਨਿਜੀ ਪ੍ਰਾਪਰਟੀ ਵਾਂਗ ਹੀ ਸਮਝਿਆ ਜਾਵੇ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਜੇਕਰ ਇਹਨਾਂ ਨਿਗ਼ੀ ਝਗੜਿਆਜ਼ ਕਾਰਨ ਕਿਸੇ ਵਿਅਕਤੀ ਵੱਲੋ ਕਿਸੇ ਸਰਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਪਰਟੀ ਜਾਂ ਕਿਸੇ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਜਾਨ੍ਰਮਾਲ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਪਹੁੰਚਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ ਤਾਂ ਸਬੰਧਤ ਦੇ ਖਿਲਾਖ਼ ਤੁਰੰਤ ਬਣਦੀ ਸਖਤ ਕਾਨੂੰਨੀ ਕਾਰਵਾਈ ਅਮਲ ਵਿਚ ਲਿਆਜ਼ਦੀ ਜਾਵੇਗੀ।

केंद्र को राज्य में छह नए ईएसआईसी अस्पताल स्थापित करने के लिए पंजाब सरकार के प्रस्तावों पर तत्काल विचार करना चाहिए: संजीव अरोड़ा, सांसद

लुधियाना, 1 जनवरी, 2023: केंद्रीय श्रम एवं रोज़गार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम ( ईएसआईसी) को पंजाब सरकार से 6 स्थानों पर ईएसआई अस्पताल स्थापित करने का प्रस्ताव मिला है। हाल ही में राज्यसभा में लुधियाना से सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने पंजाब में ईएसआईसी अस्पतालों के बारे में प्रश्न पूछा था । अरोड़ा ने पूछा था कि क्या सरकार पंजाब राज्य में और ईएसआईसी अस्पताल स्थापित करने का प्रस्ताव कर रही है, यदि हां, तो उसका विवरण दें। अरोड़ा ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि जिला एसएएस नगर के सेक्टर-66 साहिबजादा अजीत सिंह (एसएएस) नगर,   जिला एसएएस नगर के  लालडू, जिला पटियाला के  राजपुरा, मलेरकोटला जिला के मलेरकोटला ,  जिला लुधियाना के दोराहा और जिला बठिंडा के बठिंडा में ईएसआई अस्पताल स्थापित करने के लिए पंजाब सरकार से प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। मंत्री ने आगे कहा कि ईएसआई अस्पताल की स्थापना एक निरंतर जारी रहने वाली प्रक्रिया है और यह कर्मचारी राज्य बीमा निगम के मानदंडों के अनुसार एक क्षेत्र में बीमित व्यक्तियों (आईपी) की संख्या पर आधारित है। अरोड़ा द्वारा कर्मचारियों की तुलना में ईएसआईसी बिस्तरों की कुल संख्या के विवरण के बारे में पूछे गए एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए, मंत्री ने ईएसआईसी द्वारा संचालित अस्पतालों में बिस्तरों की कुल संख्या का राज्यवार विवरण (तालिका देखें) प्रदान किया। . “केंद्रीय मंत्री द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के गहन विश्लेषण के बाद, यह देखा गया है कि अखिल भारतीय स्तर पर 2,94,97,640 बीमित व्यक्तियों के पीछे 12,705 बेड स्वीकृत हैं। इस प्रकार, देश भर में प्रति बेड के पीछे 2,322 ईएसआई बीमित कर्मचारी आते हैं”, अरोड़ा ने कहा। अरोड़ा ने बताया  कि उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में 12,16,430 बीमित व्यक्तियों के लिए 300 बेड   स्वीकृत हैं, जो इंगित करता है कि प्रति बेड के पीछे 4,055 बीमित कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए, वर्तमान परिदृश्य में सुधार के लिए पंजाब में ईएसआईसी अस्पतालों की बेड क्षमता को तत्काल प्रभाव से दोगुना करने की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब की तुलना में 23 राज्य बेहतर स्थिति में हैं। अरोड़ा ने कहा, "अब, माननीय मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार राज्य में नए ईएसआईसी अस्पताल स्थापित करने के मामले को गंभीरता से केंद्र के साथ उठा रही है।" उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रस्ताव को व्यावहारिक रूप मिलता है तो स्थिति में सुधार आएगा।  उन्होंने केंद्र से आग्रह किया कि वह पंजाब सरकार द्वारा पंजाब में छह नए ईएसआईसी अस्पताल स्थापित करने के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करे। इसके अलावा, अरोड़ा ने कहा कि लुधियाना में पहले से मौजूद ईएसआईसी अस्पताल 300 बिस्तरों वाला है और इस अस्पताल में बेड क्षमता और अन्य मौजूदा बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल 1970 के दशक में स्थापित किया गया था और इसे अपग्रेड किये जाने
की आवश्यकता है क्योंकि इस अवधि में आगंतुकों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है। इसके अलावा, लुधियाना और इसके आसपास के क्षेत्रों जैसे खन्ना और मंडी गोबिंदगढ़ को औद्योगिक केंद्र माना जाता है। इस अवधि में उद्योगों के विकास के साथ औद्योगिक श्रमिकों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) द्वारा संचालित अस्पतालों में बिस्तरों की कुल संख्या का राज्यवार विवरण:

कोविड की अगली लहर के संभावित खतरे को लेकर लोगों को घबराना नहीं बल्कि सतर्क रहना चाहिए: संजीव अरोड़ा, सांसद

लुधियाना, 23 दिसंबर, 2022: लुधियाना से सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने पंजाब के लोगों, खासकर लुधियाना के निवासियों से ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट BF.7 की बढ़ती चिंता से घबराने नहीं बल्कि सतर्क रहने के लिए कहा है, जिसके कारण चीन में कोविड-19 मामलों में वृद्धि हुई है। आज यहां एक बयान में उन्होंने कहा कि लोगों को सतर्क रहना चाहिए और राज्य सरकार द्वारा जारी किए जा रहे सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों और बड़ी सभाओं में जाने से बचना चाहिए, हालांकि अगर उनके लिए किसी न किसी कारण से ऐसी सभाओं से बचना संभव नहीं है तो उन्हें मास्क पहनना चाहिए और अपने हाथों को हमेशा साफ रखना चाहिए। अरोड़ा ने कहा कि जिन लोगों को किसी भी कारण से बूस्टर डोज लेना बाकी रह गया है, उन्हें और समय बर्बाद नहीं करना चाहिए और टीकाकरण के लिए जाना चाहिए।

आईएमए द्वारा निम्नलिखित दिशानिर्देश जारी किये गए हैं:

• सभी सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क का उपयोग किया जाये

• सामाजिक दूरी बनाए रखी जाये 

• साबुन और पानी या सैनिटाइज़र से नियमित रूप से हाथ धोने चाहिये 

• विवाह, राजनीतिक या सामाजिक बैठकों आदि जैसे सार्वजनिक समारोहों से बचना चाहिए

• अंतर्राष्ट्रीय यात्रा से बचें

• बुखार, गले में खराश, खांसी, दस्त आदि जैसे किसी भी लक्षण के मामले में चिकित्सक से परामर्श करें

• जल्द से जल्द एहतियाती खुराक सहित अपना कोविड टीकाकरण कराएं

• समय-समय पर जारी सरकारी एडवाइजरी का पालन करें

इसके अलावा, अरोड़ा ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार समग्र स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और महामारी के पिछले दौर की पुनरावृत्ति से बचने के लिए बचाव के सभी उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की स्थिति और तैयारी को लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक बैठक भी बुलाई है। अरोड़ा ने कहा कि यह अच्छी बात है कि अब तक स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा पहले ही बता चुके हैं कि कोविड के नौ सक्रिय मामले हैं, और अब तक 16 जिलों में कोविड -19 का कोई पॉजिटिव मामला नहीं है। मंत्री द्वारा यह भी बताया जा चुका है कि ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए हैं और राज्य के अस्पताल पूरी तरह से तैयार हैं। इस

बीच, अरोड़ा ने सभी औद्योगिक इकाइयों से अपील की कि वे कोविड-19 और ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट के संभावित खतरे को रोकने के लिए आवश्यक उपाय करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि "हमें यह समझना चाहिए कि मानव जीवन किसी भी चीज़ से अधिक महत्वपूर्ण है"। उन्होंने आशा व्यक्त की कि लोग राज्य सरकार और राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ-साथ किसी भी स्थिति के उत्पन्न होने पर पर्याप्त और सुचारू रूप से निपटने में पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि कोई भी महामारी के पुराने और दर्दनाक दिनों को दोबारा नहीं देखना चाहेगा।

14वीं "मिस्टर इंडिया" सीनियर नेशनल बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप 23 से 25 दिसंबर तक लुधियाना पंजाब में शुरू होगी


पंजाब, देश के शीर्ष पुरुष बॉडी बिल्डिंग और फिजिक स्पोर्ट्स एथलीटों के लिए एक भव्य मंच, अब तक का सबसे असाधारण, रखा जाएगा, जब 14 वीं मिस्टर इंडिया सीनियर नेशनल बॉडीबिल्डिंग एंड फिजिक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप डॉ. अंबेडकर हॉल, एनआर में आयोजित होने वाली है। जालंधर बाईपास, लुधियाना सभागार 23 दिसंबर से 25 दिसंबर, 2022 तक पंजाबी एमेच्योर बॉडी बिल्डिंग एसोसिएशन के संगठन और श्री प्रेमचंद डेगरा पद्म श्री और अर्जुन अवार्डी के मार्गदर्शन में। किसी की काया को गढ़ने में लगने वाली कड़ी मेहनत और बलिदान के वर्षों को पहचानते हुए, जब तक कि यह प्रतियोगिता के चरण तक पहुंचने के योग्य नहीं है, देश में खेल के लिए शासी निकाय इंडियन बॉडी बिल्डर्स फेडरेशन (आईबीबीएफ) ने इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी है। इन चैंपियन एथलीटों के लिए उपयुक्त प्रदर्शन करने के लिए इसके प्रयास। प्रतियोगिता के लिए तीन दिनों में देश भर से 500 से अधिक एथलीट और 250 अधिकारी पंजाब के लुधियाना शहर आएंगे। एथलीटों और अधिकारियों को वातानुकूलित अच्छे होटलों में होस्ट किया जाएगा, जिसमें प्रतियोगिता की अवधि के लिए उनकी आहार संबंधी जरूरतों और आराम पर विशेष जोर दिया जाएगा। प्रत्येक एथलीट को भागीदारी प्रमाण पत्र दिया जाएगा, और विजेताओं को विशेष रूप से डिजाइन की गई ट्राफियों और पदकों के साथ 9,40,000/- रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। WBPF के महासचिव श्री चेतन एम. पथारे ने आगे विस्तार से कहा, "हम मिस्टर इंडिया सीनियर नेशनल बॉडी बिल्डिंग एंड फिजिक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2022 के 14वें संस्करण को पेश करते हुए बेहद खुश हैं। इस साल की प्रतियोगिता एक अविश्वसनीय अवसर प्रदान करती है। अगले स्तर तक प्रतियोगिता, क्योंकि यह हमें प्रशंसकों को उस उत्साह के स्तर के साथ पेश करने की अनुमति देगा जो उन्होंने पहले कभी अनुभव नहीं किया है। मैं सभी प्रतिभागियों को उनके अद्वितीय उत्साह और प्रतिबद्धता के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं, यहां तक कि चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भी। वर्तमान चैंपियनशिप के संस्करण से उद्योग के भीतर और प्रशंसकों के बीच नए मानक स्थापित होने की उम्मीद है, क्योंकि मंत्रालय द्वारा निर्धारित सभी एसओपी के साथ सबसे प्रतीक्षित घटना के हर छोटे पहलू के साथ विस्तृत योजना बनाई गई है। यहां सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं आगामी चैंपियनशिप के लिए। हमें उम्मीद है कि 2022 सकारात्मक रूप से समाप्त होगा और सभी एथलीटों से अधिकतम भागीदारी की उम्मीद है।" इस अवसर पर बोलते हुए, सुश्री हीरल शेठ, महासचिव, आईबीबीएफ ने कहा, "मुझे 14वीं मिस्टर इंडिया सीनियर नेशनल बॉडी बिल्डिंग एंड फिजिक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2022 के साथ जुड़कर खुशी हो रही है। जैसा कि हमारा ट्रैक रिकॉर्ड रहा है, आईबीबीएफ ने सभी को पछाड़ दिया है। इस वर्ष भी, यह सुनिश्चित करने के लिए कि चैम्पियनशिप त्रुटिहीन रूप से आयोजित की जाए और 9,40,000/- रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाए। मैं सभी प्रतिभागियों को चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भी उनके अद्वितीय उत्साह और प्रतिबद्धता के लिए बधाई देना चाहता हूं। मैं चाहता हूं लंबे अंतराल के बाद, हमें बॉडीबिल्डिंग और फिजिक स्पोर्ट को इसकी भव्यता में देखने का यह अमूल्य अवसर देने के लिए, IBBF की ओर से उन सभी का धन्यवाद।

कर्मचारी राज्य बीमा निगम लुधियाना द्वारा चिकित्सा एवं जागरूकता कैंप लगाया गया

लुधियाना, 23 दिसंबर: कर्मचारी राज्य बीमा निगम द्वारा मनाये जा रहे ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के उपलक्ष्य में निगम के उप-क्षेत्रीय कार्यालय, लुधियाना द्वारा दिनांक 22.12.2022 को M/s Ralson India(P) Ltd. Unit-3, रालसन नगर, जीटी रोड, लुधियाना में ईएसआईसी, उप-क्षेत्रीय कार्यालय,लुधियाना  ईएसआईसी, आदर्श अस्पताल, भारत नगर चौक, लुधियाना व ईएसआई डिस्पेंसरी संख्या-02, लुधियाना के सहयोग से एसिक जागरूकता व चिकित्सा कैंप का आयोजन किया गया। शिविर में कंपनी के लगभग 350 कर्मचारियों का आयुर्वेदिक व ऐलोपैथिक चेक-अप किया गया। साथ ही अधिकारियों द्वारा बीमित व्यक्तियों को ईएसआईसी के सभी हितलाभों के साथ-साथ नवीनतम योजनाए जैसे कि आई.पी पोर्टल से मातृत्व हितलाभ ऑनलाइन दावा प्रस्तुत करने हेतु इत्यादि के बारे में विस्तारपूर्वक से बताया गया तथा स्वास्थ्य से संबंधित भी जागरूक किया गया कि किस प्रकार स्वस्थ रहने के लिए हमें अपने दिनचर्या में बदलाव करना चाहिए। शिविर में श्री सत्यवान सिंह (सहायक निदेशक), श्री संदीप सलूजा (सामाजिक सुरक्षा अधिकारी), श्रीमती आकांक्षा रहेजा (सामाजिक सुरक्षा अधिकारी) साथ ही ईएसआईसी आदर्श अस्पताल से डॉ एस. सेठी (S.R Medicines), आयुर्वेदिक चिकित्सिका डॉ सोनाली व ईएसआईसी डिस्पेंसरी संख्या 02 से डॉ चन्दर (मेडिकल
ऑफिसर) व उनकी चिकित्सा टीम नें मेडिकल कैंप में भाग लिया। M/s Ralson India (P) Ltd., Unit-3, लुधियाना के श्री करण बत्रा (Plant Head) द्वारा कर्मचारी राज्य बीमा निगम के इस प्रयास को सराहा गया। कंपनी के एच.आर. प्रबंधक श्री सुरेन्द्र यादव द्वारा कहा गया कि इस प्रकार के आयोजन करना कर्मचारी राज्य बीमा निगम की एक अच्छी पहल है, जिससे बीमित व्यक्ति की सेहत की जाँच के साथ-साथ निगम की विभिन्न योजनाओ के प्रति जागरूकता प्राप्त होती है। उन्होने कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अधिकारियों एवं चिकित्सकों की टीम का धन्यवाद करते हुए ऐसे आयोजनों को निरंतर करने का आग्रह भी किया।

26 जनवरी को लुधियाना में 38 और आम आदमी क्लीनिक लोगों की सेवा के लिए किये जाएंगे समर्पित - लाल चंद कटारूचक्क

लुधियाना, 15 दिसंबरः कैबिनेट मंत्री श्री लाल चंद कटारूचक्क ने कहा कि राज्य के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं को उनके घर-घर पहुँचाने के लिए 26 जनवरी, 2023 को लुधियाना में 38 और नये आम आदमी क्लीनिकों का उद्घाटन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा प्राइमरी हैल्थ सैंटरों (शहरी और ग्रामीण) को आम आदमी क्लीनिकों के तौर पर अपग्रेड किया जायेगा और कार्यकारी एजेंसियों के द्वारा सिवल और अन्य कामों के लिए टैंडर पहले ही जारी किये जा चुके हैं। तेज़ी से मुकम्मल होने को यकीनी बनाने के लिए, प्रशासन की तरफ से पी. डब्ल्यू. डी., मंडी बोर्ड, गलाडा, पी. एच. एस. सी., नगर सुधार ट्रस्ट और अन्यों सहित अलग एजेंसियां नियुक्त की हैं जिनको तय समय-सीमा में कार्य मुकम्मल करने के लिए हिदायतें जारी की गई हैं। लुधियाना के अधीन हलका दाखा में सात क्लीनिक, आत्म नगर और गिल हलके में पाँच, तीन क्लीनिक जगराओं, पायल, रायकोट, खन्ना में, लुधियाना पश्चिमी, लुधियाना उत्तरी और समराला में दो क्लीनिक बनाऐ जा रहे हैं और एक ऐसी सुविधा लुधियाना दक्षिणी, लुधियाना पूर्वी और साहनेवाल हलकों में मुहैया करवाई जायेगी। विधायक सरवजीत कौर माणूके, दलजीत सिंह भोला ग्रेवाल, मदन लाल बग्गा, अशोक पराशर पप्पी, रजिन्दरपाल कौर छीना, हरदीप सिंह मुंडीआं, कुलवंत सिंह सिद्धू, जीवन सिंह संगोवाल और आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता डा. के. एन. एस. कंग के साथ कैबिनेट मंत्री ने बताया कि 15 अगस्त से अब तक लगभग 78790 लोगों ने मौजूदा 9 क्लीनिकों का लाभ लिया है और वहाँ 12145 मैडीकल टैस्ट करवाए गए हैं। उन्होंने चल रहे काम पर संतोष प्रकट किया और अधिकारियों को नये क्लीनिकों की अन्य ज़रूरी कार्यवाहियों को समय पर पूरा करने को यकीनी बनाने के लिए कहा। इस दौरान कैबिनेट मंत्री द्वारा ख़ाद्य और सिवल सप्लाईज़ के अधिकारियों को स्मार्ट राशन कार्डों की फिर पड़ताल में तेज़ी लाने और पारदर्शी ढंग से मुकम्मल करने को यकीनी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सचेत किया कि हर योग्य लाभार्थी को अनाज वितरण स्कीम का लाभ देना यकीनी बनाया जाये। श्री लाल चंद कटारूचक्क जो कि लुधियाना ज़िले के इंचार्ज भी हैं, ने बुढ्ढ़ा दरिया के पुर्नोद्धार प्रोजैक्ट, स्मार्ट सिटी वर्कस, एन. एच. ए. आई., शिक्षा स्कीमों, ख़ाद्य सप्लाई और अन्य भलाई प्रोग्रामों को लागू करने की समीक्षा की। उन्होंने इस साल पराली जलाने के मामलों को घटाने के लिए सहृदय यत्न करने के लिए ज़िला
प्रशासन, ख़ास कर 
मुख्य कृषि अफ़सर डा. अमनजीत सिंह की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि यह लुधियाना के लिए गौरव वाली बात है कि इसमें पराली जलाने के मामलों में 55 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इस मौके पर डिप्टी कमिशनर श्रीमती सुरभी मलिक, नगर निगम कमिशनर डॉ. शेना अग्रवाल, पुलिस कमिशनर स. मनदीप सिंह सिद्धू, एस. एस. पीज़ स. हरजीत सिंह, श्री हरीश दिआमा ओम प्रकाश, अतिरिक्त डिप्टी कमीशनरों में श्री अमित कुमार पंचाल, श्री राहुल चाबा, श्री अमरजीत बैंस, श्रीमती अनीता दर्शी, आम आदमी पार्टी के ज़िला प्रधान स. शरनपाल सिंह मकड़ और विभिन्न विभागों के प्रमुख भी मौजूद थे।

ਆਵਾਰਾ ਕੁੱਤਿਆਂ ਦੇ ਇਲਾਜ ਲਈ ਦੋ ਐਂਬੂਲੈਂਸਾਂ ਨੂੰ ਵਿਧਾਇਕ ਗੋਗੀ, ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਅਤੇ ਪੁਲਿਸ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਵਲੋਂ ਹਰੀ ਝੰਡੀ ਦਿਖਾ ਕੇ ਕੀਤਾ ਰਵਾਨਾ

- ਲੋਕ 24 ਘੰਟੇ ਪਸ਼ੂ ਬਚਾਓ ਹੈਲਪਲਾਈਨ 78370-18522 'ਤੇ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਨ ਸੰਪਰਕ

ਲੁਧਿਆਣਾ, 6 ਦਸੰਬਰ (ਸੰਜੀਵ ਕੁਮਾਰ ਸ਼ਰਮਾ) - ਵਿਧਾਇਕ ਗੁਰਪ੍ਰੀਤ ਬੱਸੀ ਗੋਗੀ, ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸੁਰਭੀ ਮਲਿਕ ਅਤੇ


ਪੁਲਿਸ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਮਨਦੀਪ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ ਵਲੋਂ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਵਿੱਚ ਆਵਾਰਾ ਕੁੱਤਿਆਂ ਦੇ ਇਲਾਜ਼ ਲਈ ਦੋ ਐਂਬੂਲੈਂਸਾਂ ਨੂੰ ਹਰੀ ਝੰਡੀ ਦੇ ਕੇ ਰਵਾਨਾ ਕੀਤਾ। ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਸੋਸਾਇਟੀ ਫਾਰ ਪ੍ਰੀਵੈਂਸ਼ਨ ਆਫ਼ ਕਰੂਏਲਟੀ ਟੂ ਐਨੀਮਲਜ਼ (ਐਸ.ਪੀ.ਸੀ.ਏ.) ਵੱਲੋਂ ਕਰਵਾਏ ਸਮਾਗਮ ਦੌਰਾਨ ਇਕੱਠ ਨੂੰ ਸੰਬੋਧਨ ਕਰਦਿਆਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੰਸਥਾ ਦਾ ਗਠਨ ਪਸ਼ੂਆਂ ਪ੍ਰਤੀ ਬੇਰਹਿਮੀ ਨੂੰ ਰੋਕਣ ਅਤੇ ਜ਼ਖ਼ਮੀ/ਬਿਮਾਰ ਪਸ਼ੂਆਂ, ਵੱਡੇ ਅਤੇ ਛੋਟੇ ਦੋਵਾਂ ਦਾ ਮੈਡੀਕਲ ਇਲਾਜ ਕਰਵਾਉਣ ਦੇ ਉਦੇਸ਼ ਨਾਲ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸੀ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਇਹ ਦੋਵੇਂ ਐਂਬੂਲੈਂਸਾਂ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਪਸ਼ੂਆਂ ਨੂੰ ਲਾਭ ਪਹੁੰਚਾਉਣਗੀਆਂ ਅਤੇ ਸਮੇਂ ਸਿਰ ਬਿਮਾਰੀਆਂ 'ਤੇ ਕਾਬੂ ਪਾਉਣ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਤੁਰੰਤ ਇਲਾਜ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾ ਕੇ ਅਨੇਕਾਂ ਪਸ਼ੂਆਂ ਨੂੰ ਮੌਤ ਦੇ ਮੂੰਹ ਵਿਚੋਂ ਬਾਹਰ ਕੱਢਣ ਵਿੱਚ ਵੀ ਸਹਾਈ ਸਿੱਧ ਹੋਣਗੀਆਂ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਅਧਿਐਨ ਅਨੁਸਾਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਵਿੱਚ ਲਗਭਗ 25000 ਆਵਾਰਾ ਕੁੱਤੇ, 8000 ਬੇਸਹਾਰਾ ਗਊਧਨ, 5000 ਘੋੜੇ, 8000 ਬਿੱਲੀਆਂ ਅਤੇ ਹੋਰ ਜਾਨਵਰ ਹਨ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸੁਸਾਇਟੀ ਦਾ ਉਦੇਸ਼ ਇਹ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਉਣਾ ਹੈ ਕਿ ਲੁਧਿਆਣਾ ਦੀਆਂ ਸੜਕਾਂ 'ਤੇ
ਕੋਈ ਵੀ ਜਾਨਵਰ ਇਲਾਜ ਦੀ ਘਾਟ ਵਿੱਚ ਨਾ ਮਰੇ, ਪਸ਼ੂਆਂ ਨੂੰ ਲੋਕ ਪਿਆਰ ਨਾਲ ਅਪਣਾਉਣ ਤਾਂ ਜੋ ਉਹ ਬੇਸਹਾਰਾ ਨਾ ਰਹਿਣ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਲੋਕ ਕਿਸੇ ਵੀ ਆਵਾਰਾ ਕੁੱਤੇ, ਬੇਸਹਾਰਾ ਗਾਵਾਂ ਦੇ ਇਲਾਜ ਲਈ 24×7 ਦਿਨ ਹੈਲਪਲਾਈਨ ਨੰਬਰ 78370-18522 'ਤੇ ਸੰਪਰਕ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਨ ਜਿੱਥੇ ਹਰ ਹੀਲੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਇਲਾਜ਼ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਹੈਲਪਲਾਈਨ ਨੰਬਰ ਰਾਹੀਂ ਪਸ਼ੂਆਂ ਨਾਲ ਹੋਣ ਵਾਲੀਆਂ ਬੇਰਹਿਮੀ ਦੀਆਂ ਸ਼ਿਕਾਇਤਾਂ ਦਾ ਨਿਪਟਾਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ਅਤੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਵਿੱਚ ਪਸ਼ੂਆਂ ਪ੍ਰਤੀ ਜ਼ੁਲਮ ਨੂੰ ਘਟਾਉਣ ਲਈ ਢੁਕਵੀਂ ਕਾਰਵਾਈ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਐਨ.ਜੀ.ਓ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਸੋਸਾਇਟੀ ਫਾਰ ਪ੍ਰੀਵੈਂਸ਼ਨ ਆਫ਼ ਕਰੂਏਲਟੀ ਟੂ ਐਨੀਮਲਜ਼ ਦੇ ਨੁਮਾਇੰਦੇ ਪੂਜਾ ਜੈਨ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਹੋਰ ਵੀ ਮੌਜੂਦ ਸਨ। 

विधायिका छिन्ना की अगुवाई में दक्षिणी इलाकों को मिले 4 मुहल्ला क्लीनिक और 1 जच्चा बच्चा केंद्र

- स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा की मौजूदगी में जारी निर्देश, मौके पर ही विकास कार्यो को आरम्भ करवा रही विधायिका

लुधियाना, 04 दिसंबर: (Sanjeev Kumar Sharma) सरकारी शब्द सुनते ही हमारे दिमाग में एक सुस्त से रविये की

तस्वीर बन जाती है। पर अब कुछ दिनों से ये तस्वीर बदल रही है। चाहे वो ढोलेवाल में रातों रात सुपर सक्शन मशीन लगवा कर वार्ड no 50 की जनता को सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या से निजात दिलाना हो या वार्ड no 22 के सबसे बड़े पार्क में तुरन्त पहर शौचालय का निर्माण हो या आज सेहत मंत्री चेतन सिंह जोड़माजरा को अपने हल्के में बुलाकर 4 मोहल्ला क्लीनिक और 1 जच्चा बच्चा केंद्र पास करवाना हो। लुधियाना दक्षिणी से विधायिका राजिंदर पाल कौर छीन्ना लगातार तेजी से विकास कार्यों को करवाने में लगी हुए है। जिस कारण वो अपने हल्के में बहुत प्रसिद्धि बटोर रही हैं। उन्होंने अपने हल्के में स्थित वार्ड 31 के निवासियों की जरुरत को देखते हुए आज स्वास्थ्य मंत्री पंजाब चेतन सिंह जौड़ामाजरा को लुधियाना निमत्रित कर इलाके में डॉक्टरी इलाज सम्बन्धी आ रही समस्या के बारे में बताया और साथ ही मंत्री साहिब से निवेदन किया कि उपरोक्त समस्या की तुरंत हल करवाया जाए। सेहत मंत्री ने कहा कि यह क्लीनिक जल्द ही तैयार कर जनता की सेवा में आरम्भ कर दिये जाएंगे। बता दे कि पंजाब भर से राजिंदर पाल कौर छीन्ना पहली ऐसी विधायिका है जो हल्के की जनता की जरुरत
को समझते हुए उसे मौके पर पूरा करवा रही है। इस मौके पर चेतन थापर और अजय मित्तल ने उनका आभार प्रकट किया और बताया कि मेरी एक विनती करने पर ही मैडम छीना और सेहत मंत्री जी ने अधिकारियों को मेरे साथ वार्ड no 22 में मोहल्ला क्लिनिक पास करने के निर्देश दिए और अधिकारियों को तुरंत वहां की स्थिति का आंकलन करने भेजा। सेहत मंत्री के स्वागत में सरदार हरप्रीत सिंह, हरजीत सिंह, पी.ए हरप्रीत, अजय शुक्ला, नूर अहमद, सुखदेव गरचा, सुखी जुगियाना, विक्की लोहारा, जगतार, अमन सैनी, संदीप सिंगला, पवन सहारन, बीर सुखपाल, केशव पंडित, रामू सिंह, मनीष टिंकू, बब्बू चौधरी, जगदेव धुन्ना व अन्य हाजिर रहे।

नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी ने लुधियाना में अपना 57वाँ फर्टिलिटी सेंटर खोला

#जलंधर के बाद पंजाब में फर्टिलिटी चेन का यह दूसरा सेंटर है।
#फर्टिलिटी विशेषज्ञ ने पाया कि 30 में से 5 पुरुषों को नशावृत्ति के कारण बांझपन की शिकायत है।

लुधियाना: (संजीव शर्मा) भारत की अग्रणी फर्टिलिटी एवं आईवीएफ चेंस में से एक, नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी (एनआईएफ) ने लुधियाना में अपने सेंटर के लॉन्च के साथ पंजाब में अपने विस्तार की घोषणा की। फर्टिलिटी केंद्रों अपकी यह चेन जलंधर में भी मौजूद है। शहर में स्थित दंपत्तियों को यहाँ पर अनुभवी व योग्य आईवीएफ विशेषज्ञों और एम्ब्रायोलॉजिस्ट्स तथा अत्याधुनिक टेक्नॉलॉजी की मदद से फर्टिलिटी के लिए सर्वश्रेष्ठ उपचार प्राप्त होता है।   

नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी में फर्टिलिटी कंसल्टैंट, डॉ. गुरप्रीत बत्रा ने कहा, ‘‘भारत में इनफर्टिलिटी बढ़ रही है, और यह केवल शहरी सीमाओं तक सीमित नहीं रह गई है। लुधियाना जैसे टियर 2 शहरों में भी महिला व पुरुषों में बढ़ती इन्फर्टिलिटी सामने आई है। कई दंपत्ति, जैसे एनआरआई काफी देर से विवाह करते हैं, लंबे समय तक एक दूसरे से दूर रहते हैं, और अक्सर 35 साल की उम्र के बाद बच्चे की योजना बनाते हैं। यह चुनौतीपूर्ण बन सकता है, क्योंकि उम्र के साथ महिलाओं में अंडों की गुणवत्ता और संख्या कम होती चली जाती है। पुरुषों में भी इन्फर्टिलिटी बढ़ने लगती है। पुरुषों के मामले में हमारे पास माह में फर्टिलिटी की समस्या लेकर 30 में से कम से कम 5 पुरुष ऐसे आते हैं, जिन्हें नशा करने की लत होती है। पुरुषों में हमें स्पर्म की संख्या बहुत कम होने या खराब गुणवत्ता के स्पर्म की वजह से बांझपन की शिकायत देखने को मिली है।’’ 

डॉ. बत्रा ने आगे बताया कि कई दंपत्तियों को दूसरी बार गर्भधारण करने में भी समस्या होती है। इस स्थिति को सैकंडरी इन्फर्टिलिटी कहा जाता है और यह लगभग 35 प्रतिशत मामलों में देखने को मिलती है। देर से विवाह और बच्चों के बीच बड़ा अंतर होने के कारण सैकंडरी इन्फर्टिलिटी हो सकती है। हालाँकि दंपत्तियों को अब फिक्र करने की जरूरत नहीं, क्योंकि वो फर्टिलिटी विशेषज्ञ से परामर्श लेकर अपना इलाज करा सकते हैं।’’ 

एक अध्ययन के मुताबिक, लगभग 10 से 15 प्रतिशत भारतीय दंपत्ति फर्टिलिटी की समस्याओं से पीड़ित हैं और प्राकृतिक तरीके से गर्भधारण करने में असमर्थ हैं। इन दंपत्तियों में से केवल 1 प्रतिशत ही फर्टिलिटी का परीक्षण कराते हैं। टियर 2 और टियर 3 शहरों में यह दर इससे भी कम है, जहाँ बांझपन के बारे में जागरुकता कम होने की वजह से इसे कलंक माना जाता है।

बांझपन के इलाज के बारे में डॉ. गुरप्रीत बत्रा ने कहा, ‘‘इन्फर्टिलिटी को संबोधित करना और इसके बारे में जागरुकता बढ़ाना बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि लोग अपने प्रजनन के स्वास्थ्य को बहुत कम महत्व दिया करते हैं। विज्ञान में हुई उन्नति के साथ, बांझपन का इलाज संभव हो गया है। दंपत्ति, खासकर एनआरआई, जो लंबे समय तक एक दूसरे से दूर रहते हैं, उन्हें समय पर गर्भधारण की योजना बना लेना चाहिए। यदि वो कोशिश करने के बाद भी एक साल तक गर्भधारण करने में असमर्थ रहते हैं, तो उन्हें फर्टिलिटी विशेषज्ञ का परामर्श लेना चाहिए। आईवीएफ इलाज की सफलता तय करने में उम्र की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। दंपत्तियों को प्रजनन संबंधी स्वास्थ्य, खासकर ऑव्युलेशन, और फर्टिलिटी विंडो जैसे विषयों के बारे में शिक्षित किए जाने की जरूरत है। यदि किसी को पीसीओडी, एंडोमीट्रियोसिस जैसी समस्याएं हैं, तो उन्हें गर्भधारण की योजना पहले से ही बना लेनी चाहिए, क्योंकि इन समस्याओं से फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ सकता है। नशावृत्ति के इतिहास वाले पुरुषों में स्पर्म की संख्या कम होने की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए एक अच्छे आहार और नियमित व्यायाम के साथ सेहतमंद जीवनशैली बनाए रखना बहुत जरूरी है। महिला और पुरुषों को यह जानना जरूरी है कि इन्फर्टिलिटी का इलाज संभव है, इसलिए उन्हें माता-पिता बनने का अपना सपना पूरा करने के लिए आगे आना चाहिए।’’

श्री शोभित अग्रवाल, चीफ एग्ज़िक्यूटिव ऑफिसर, नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी ने कहा, ‘‘नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी में हमारा उद्देश्य पूरे देश के दंपत्तियों को सदैव विश्व स्तर की फर्टिलिटी केयर के विस्तृत समाधन प्रदान करना है। जहाँ मेट्रो शहरों के दंपत्तियों को विभिन्न फर्टिलिटी इलाज केंद्रों और गुणवत्तायुक्त फर्टिलिटी के इलाज की सुविधा आसानी से मिलती है, वहीं टियर 2 और टियर 3 शहरों में इनकी उपलब्धता बहुत कम है। पंजाब में अपनी सेवाओं द्वारा हमें उम्मीद है कि हम न केवल लुधियाना शहर बल्कि आसपास के लोगों को भी गुणवत्तायुक्त इलाज प्रदान कर सकेंगे। लुधियाना में हमारे योग्य व कुशल क्लिनिशियंस, एम्ब्रायोलॉजिस्ट और मनोवैज्ञानिक काउंसलर्स इस क्षेत्र के दंपत्तियों को अपनी सेवाएं दे संतान प्राप्त करने का उनका सपना पूरा करने के लिए उत्साहित हैं।’’ 

लुधियाना में नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी एक विस्तृत फर्टिलिटी इलाज केंद्र है, जिसके पास अत्याधुनिक टेक्नॉलॉजी एवं सर्व सुविधाओं से युक्त आईवीएफ लैब है। यहाँ पर फर्टिलिटी का इलाज करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानको का उपयोग किया जाता है। इन-वाईट्रो फर्टिलाईज़ेशन (आईवीएफ) जैसी सेवाओं के अलावा इस केंद्र में इंट्रायूटेराईन इंसेमिनेशन (आईयूआई), इंट्रासाईटोप्लाजि़्मक स्पर्म इंजेक्शन (आईसीएसआई), प्रि-जेनेटिक टेस्टिंग (पीजीटी), सीमन एनालिसिस, टेस्टिकुलर स्पर्म एस्पायरेशन (टेसा), परक्यूटेनियस एपिडिडाईमल स्पर्म एस्पायरेशन (पेसा), माईक्रोसर्जिकल टेस्टिकुलर स्पर्म एक्सट्रैक्शन (माईक्रोटेसे), क्रायोप्रिज़र्वेशन, और फर्टिलिटी के आकलन के लिए खून की जाँच आदि की सुविधाएं भी हैं। देखिए लुधियाना से संजीव कुमार शर्मा की ये रिपोर्ट 

लुधियाना हैल्थ डिपार्टमेंट की नाक के नीचे चलने वाले मिलावटखोरी के धंधे का जिम्मेदार कौन?


आज मिलावटखोरी लोगों को अंदर से खोखला कर चुकी है और इसका जिम्मेदार कोई और नहीं हमारा हेल्थ सिस्टम है जो मिलावटखोरों को पकड़ने का दावा तो करता है परन्तु पकड़ नहीं पता क्युकी ये सिस्टम ही इन मिलावटखोरों का सरपरस्त है और ये हम यु ही नहीं कह रहे इसका जीता जागता सबूत है कल लुधियाना के एक होटल की घटना जिसमें लुधियाना के हेल्थ डिपार्टमेंट के असिस्टेंट सिविल सर्जन डाक्टर विवेक कटारिया जी को 2 बज कर 15 मिनट पर फोन करके जानकारी दी गई की लुधियाना के एक होटल विष बर्बेकुए में गंदे बेसन से बना खाना परोसा जारहा है और ये जानकारी किसी आम व्यक्ति द्वारा नहीं बल्कि एक पत्रकार द्वारा दी गई थी की होटल विष बर्बेकुए में एक प्रैसकॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों को गंदे तेल और गंदे बेसन से बने पकोड़े परोसे जारहे है और आप अपनी टीम को भेज कर कारवाई करे परन्तु दो घंटे तक कई पत्रकारों के फ़ोन करने के बावजूद भी हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम नहीं आई उसके बाद सिविल सर्जन मैडम हितिंदर कौर सोहल जी को 3 बज कर 47 मिनट पर फोन करके टीम भेजने को फिर से कहा गया परन्तु इसके बावजूद भी हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम नहीं आई सभी पत्रकार साढ़े चार बजे से पांच बजे तक इंतजार कर कर के चले गए उसके पश्चात टीम पहुंची परन्तु तब तक होटल मालिक सब कुछ साफ कर चूका था जिससे स्पस्ट था की हेल्थ डिपार्टमेंट की इस होटल मालिक वालों के साथ सेटिंग थी जिसके चलते पत्रकारों के बार बार फोन करने के बावजूद भी टीम नहीं आई और पत्रकारों के जाते ही टीम वहाँ पहुंच गई और खुद को सच्चा साबित करने के लिए इस होटल में सैंपल भरने का नाटक रचा गया और इस नाटक की कवरेज कुछ पत्रकारों ने करली जो इसी होटल के बाहर हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम के इंतजार में ताक लगाकर बैठे थे लुधियाना में ये केवल एक घटना नहीं है जहा पर हेल्थ डिपार्टमेंट ने ये सब किया हो अक्सर देखने में आया है की ये डिपार्टमेंट केवल त्यौहारों में ही अपनी चुस्ती दिखता है
क्युकी इन्हीं दिनों में ज्यादा मलाई खाने को इन्हें मिलती है शायद यही इस डिपार्टमेंट की तंदुरस्ती का राज है इससे पहले भी हमारे चैनल की टीम दवारा कई बार ऐसी ही जानकारियां हेल्थ डिपार्टमेंट को दी गई परन्तु इन्होंने कोई कारवाई करना उच्चित नहीं समझा ये विभाग भ्रष्टाचारी और लालच में इतना लिपित हो चूका है की इन्हें लोगों की सेहत से भी कोई मतलब नहीं रहा हमारा सरकार से निवदेन है की इस महानगर मिलावटखोरो की भरमार है जिसे कोई ईमानदार अफसर और मुलाजिम ही रोक सकते है और ऐसे अधिकारियों की नियुक्ति ही की जाए ताकि लोगों की सेहत से होने वाले खिलवाड़ को रोका जा सके और सुनिए क्या कहना है डीएचओ गुरप्रीत सिंह जी का अपने डिपार्टमेंट की उपलब्धियों के विषय में