Saturday, March 4, 2023

बुड्डा नाला को बुड्डा दरिया बनाने हेतु केंद्र द्वारा भेजी गई करोड़ों रुपए के फंड को खुद-पुर्द करने में जुटी सरकारे : जीवन गुप्ता

*जीवन गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री शेखावत से मुलाकात कर इस परियोजना को केंद्र की सीधी निगरानी में बनाए जाने की की मांग।
*मोदी सरकार द्वारा 650 करोड़ की परियोजना के तहत लगभग 300 करोड़ जारी किए जा चुके  हैं: गुप्ता
*बुड्डा नाला के नाम पर कांग्रेस और आप सरकार चला रही अपनी दुकानदारी: जीवन गुप्ता

लुधियाना: 4 मार्च (   ), भारतीय जनता पार्टी पंजाब के महासचिव जीवन गुप्ता ने बुड्ढा नाला, जिसे कभी बुड्डा दरिया के नाम से जाना जाता था और जिसमें साफ और शुद्ध पानी बहता था, को आज लुधियाना की सबसे गंदे नाले के रूप में जाना जाता है। इसे इसके पुराने रूप में जीर्णोधार करने हेतु केंद्र की मोदी सरकार ने अरबों रुपये का फंड जारी किया, लेकिन बड़े अफ़सोस से कहना पड़ रहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपनी झूठी वाहवाही लूटने के चक्कर में इस परियोजना का उद्घाटन किया।  जबकि करोड़ों रुपए की लागत से पानी को साफ करने के लिए लगाया गया एसटीपी प्लांट अभी तक शुरू नहीं हुआ है।

                जीवन गुप्ता ने बुड्डा नाला के बारे में अपनी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए कहा कि एक समय था जब बुड्डा नाला बुड्डा दरिया हुआ करता था। 47 किमी दूर मछिवारा कुम्म कलां से ड्रेनों के माध्यम से निकलने वाला बुड्डा दरिया था, जो अब गंदे पानी से लबालब बहता बुड्डा नाला बन चुका है। लुधियाना के लोग तत्कालीन बुड्डा दरिया में नहाते थे। तत्कालीन सरकारों की गलत नीतियों के चलते यह बुड्डा नाला बन गया और कांग्रेस व आप नेताओं द्वारा बड़े-बड़े दावे कर लुधियाना के लोगों को झूठे सपने दिखाए गए कि यह बुड्डा नाला फिर से बुड्डा दरिया बन जाएगा। इस कांग्रेस सरकार द्वारा बुड्डा नाला की सफाई के लिए बड़े-बड़े प्रोजेक्ट लाए गए, लेकिन बुड्डा नाला आज भी अपनी दयनीय स्थिति से जूझ रहा है। यह बुड्ढा नाला वलीपुर के गाँवों से होकर सतलुज नदी में मिलता है, जो हरिके पत्तन से होते हुए राजस्थान पहुँचता है और वहाँ भी रोगों का प्रमुख स्रोत बन जाता है। बुड्डा नाला गंभीर समस्या का रूप धरण कर चुका है।

                जीवन गुप्ता ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री जय राम रमेश ने बुड्डा नाले में लाखों रुपये के बैक्टीरिया छोड़े थे और कहा था कि यह बुड्डा नाले की सफाई करेंगें, लेकिन नतीजा शून्य रहा। उसके बाद भी कई उद्घाटन हुए, बड़े-बड़े दावे किए गए, लेकिन कोई सार्थक हल नहीं निकला। अब तो आम आदमी की भगवंत मान सरकार द्वारा भी जनता की आँखों में धुल झोकने का कार्य किया जा रहा है। इस बुड्डा नाले की सफाई के प्रोजेक्ट के तहत केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 650 करोड़ का फंड जारी किया गया था, जिसके तहत अब तक 300 करोड़ की राशि जारी की जा चुकी है। इस पुरानी नहर के किनारे जो जाल लगाए गए हैं, उन पर 13 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं और वे बहुत घटिया किस्म के हैं और कुछ ही समय में खराब हो जाएंगे।

                जीवन गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा जो उद्घाटन किया गया, वह एसटीपी प्लांट अभी तक शुरू नहीं हुआ है और अपनी झूठी वाहवाही लूटने के लिए इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन भी भगवंत मान ने किया था। इस ट्रीटमेंट प्लांट से निकलने वाले गंदे पानी व अन्य कचरे का निस्तारण कहां किया जाए, इस बारे में भगवंत मान सरकार की ओर से कोई योजना नहीं बनाई गई है। इससे मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनकी सरकार का निकम्मापन साफ नज़र आता है। जीवन गुप्ता ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार और वर्तमान भगवंत मान सरकार के नेताओं द्वारा बुड्डा नाला को अपनी कमाई का जरिया बनाकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किए जाने की बू आ रही है।

         
जीवन गुप्ता ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर उन्हें इस बारे में विस्तार जानकारी दी है और उनसे मांग की है कि बुड्डा नाले के सौंदर्यीकरण पर व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करें और इसका कार्य सीधे केंद्रीय टीम से करवाएं, ताकि इस परियोजना को समय पर और उचित तरीके से पूरा किया जा सके।

No comments:

Post a Comment